झांसी।शुक्रवार को नार्थ सेण्ट्रल रेलवे इम्प्लाॅईज संघ झांसी के मंडल मंडल अध्यक्ष रामकुमार सिंह, मंडल सचिव भानुप्रताप सिंह चंदेल,मंडल कार्यकारी अध्यक्ष विवेक चढ्ढा, मंडल कोषाध्यक्ष टी पी सिंह, कैरिज वैगन एवं वाणिज्य शाखा सचिव सचिव मनोज बघेल, विद्युत एवं डीजल लोको शेड शाखा सचिव गजेन्द्र साहू, लोको विद्युत शाखा अध्यक्ष अनिल कुमार शर्मा द्वारा महाप्रबंधक उत्तर मध्य रेलवे रविन्द्र गोयल जी को झांसी मंडल के रेल कर्मचारियों की विभिन्न समस्याओं के समाधान के लिए सत्रह सूत्रीय ज्ञापन सौंपा।झांसी मंडल मे कार्यरत एवं कारखाना के लिपिकीय वर्ग के कर्मचारी जो कि टाईपिंग टेस्ट के दो अवसरो मे विफल हो गये थे। पूर्व में इन सभी कर्मचारियों को तृतीय अवसर देने का प्रावधान था परन्तु रेलवे बोर्ड के आर.बी.ई सं 09/2023 के आने के बाद इन सभी को तृतीय अवसर के लिये महप्रबंधक महोदय का अनुमोदन लेना अनिवार्य कर दिया गया है जिसके लिये मंडल स्तर पर कोई निर्णय ले पाना सम्भव नहीं था।झांसी मंडल के लिपिकीय कर्मचारियों के द्वारा तृतीय अवसर देने के लिये आवेदन प्राप्त होने पर महाप्रबंधक महोदय के अनुमोदन हेतु मंडल कार्यालय के द्वारा पत्र सं. पी/328/टाइपिंग टेस्ट/मिनिस्टीरियल/ ईओ एनपी दिनांक 26.09.2023 को मुख्यालय भेजा जा चुका है परन्तु अभी तक मंडल को उत्तर अप्राप्त है जिसके कारण लिपिकीय कर्मचारियों की पदोन्निति प्रभावित हो रही है।संघ माँग करता है कि मुख्यालय द्वारा शीघ्र ही मंडल के द्वारा भेजे गये पत्र पर कार्यवाही करते हुये झांसी मंडल एवं कारखाना मे कार्यरत लिपिकीय कर्मचारिये को टाईपिंग टेस्ट के तृतीय अवसर देने के लिये अनुमति प्रदान की जाये वाणिज्य विभाग की समस्याए टिकिट चेकिंग संवर्ग में महिलाओं की संख्या दिनोंदिन निरंतर बढ रही है लेकिन झाँसी मंडल की महिला टिकिट चेकिंग कर्मी गाड़ियों में कार्य करके जब विश्राम कक्ष में पहुँचती हैं तो महिलाओं की रुकने की अलग से व्यवस्था न होने के कारण बहुत दुविधा एवं असुविधा का सामना करना पड़ता है।अतः इटारसी, भोपाल, कानपुर, निजामुद्दीन, खजुराहो, गुना, बाँदा, छिवकी में महिलाओं के लिए अलग विश्राम कक्ष की व्यवस्था कराए जाने का अनुरोध है।झाँसी मण्डल का टिकिट चेकिंग स्टाफ गाड़ी लेकर कानपुर जाता है जहाँ विश्राम गृह की स्थिति मानक के अनुरूप नहीं है एवं हाल ही में प्लेटफार्म क्रमांक 6/7 के ऊपर जो अस्थाई व्यवस्था की गई है वहां गाड़ियों के आवागमन एवं उद्घोषणा के कोलाहल में विश्राम भंग होता है | आपसे उक्त समस्या के उचित समाधान का अनुरोध है।मंडल रेल चिकित्सालय झाँसी में पदस्थ चिकित्सक महेन्द्र सिंह यादव द्वारा कर्मचारियों एवं उनके परिजनों से अभद्रता की शिकायतें निरन्तर प्राप्त होती हैं जिस पेशे में सर्वाधिक आवश्यकता मृदु व्यवहार की है उसमें गुण्डे,मवालियों की तरह मरीजों से व्यवहार करना किसी भी प्रकार से स्वीकार्य नहीं है | डॉ महेन्द्र सिंह यादव के दुर्व्यवहार के कारण हाल ही में कुछ CMP चिकित्सक भी त्याग पत्र दे चुके है।‘संघ’ की मांग है कि मंडल रेल चिकित्सालय झाँसी में किसी भी प्रकार की अनहोनी को बचाने के लिए उचित कार्यवाही की जाए ।मंडल रेल चिकित्सालय झाँसी में आयुर्वेदिक चिकित्सक उपचार हेतु दवा तो लिखते हैं लेकिन चिकित्सालय में दवा उपलब्ध नहीं होने से रेल कर्मियों एवं परिजनों को उसका वास्तविक लाभ नहीं मिल पाता है। मंडल रेलवे चिकित्सालय झांसी में समय से पूर्व जन्म लेने वाले बच्चों को जिंदा रखने के लिए INCUBATOR मशीन के न होने से बच्चे की जान को खतरा होता है और ऐसी अवस्था में जब जच्चा बच्चा को किसी अन्य चिकित्सालय में रैफर किया जाता है तो जान बचाना मुश्किल होता है।अत: मंडल रेलवे चिकित्सालय झांसी में उक्त Incubator machine उपलब्ध कराने का अनुरोध है।मंडल रेलवे चिकित्सालय झांसी में भर्ती मरीजों के लिए जो पलंग हैं वो सभी त्यक्त (कंडम) करने योग्य हैं, ‘संघ’ की मांग है कि उच्च कोटि के Adjustable चिकित्सकीय पलंग उपलब्ध कराए जाएँ ताकि मरीजों को अतिरिक्त पीड़ा न झेलना पड़े।‘संघ’ की मांग है कि दवाओं की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।चिकित्सालय के लिए फंड (कोष) की अनुप्लब्धता के संबंध में – झाँसी मण्डल के कार्यरत एवं सेवानिवृत कर्मचारियों एवं उनके आश्रितों को हृदय रोग, कैंसर, किडनी फेल्योर, तंत्रिका तन्त्र संबंधी ऐसी बीमारियाँ, जिनका उपचार मण्डल रेल चिकित्सालय झाँसी में उपलब्ध नहीं है, के उच्च कोटि के उपचार के लिए रेल्वे से अनुबंधित चिकित्सालयों में भेजा जाता है और मरीज के आधे उपचार के दौरान अनुबंधित चिकित्सालय द्वारा उपचार करने से यह कहकर मना कर दिया जाता है कि रेल्वे के द्वारा हमारा करोड़ों रूपए का भुगतान नहीं किया गया है इसलिए यदि आप उपचार करना चाहते है तो नगद राशि भुगतान करें अन्यथा अपने मरीज को अन्यत्र ले जाएं। ऐसी जटिल परिस्थिति में मरीज एवं उनके परिजन बदहवास होकर मारे – मारे फिरते हैं।‘संघ’ द्वारा इस संबंध में मण्डल एवं मुख्यालय स्तर पर वार्ता की जाती है तो निर्धारित मद में आवंटित कोष समाप्त होने के कारण यह समस्या उत्पन्न होना बताया जाता है।‘संघ’ की मांग है कि इस समस्या का तत्काल समाधान कराया जाए ताकि किसी भी गंभीर बीमारी से ग्रसित मरीज के उपचार में बाधा उत्पन्न न हो रनिंग कर्मचारियों की समस्याएं उत्तर मध्य रेल का यातायात प्रशिक्षण केन्द्र न होने से झाँसी मंडल के रनिंग कर्मचारियों को आवधिक पुनश्चर्या पाठ्यक्रम एवं पदोन्नति पाठ्यक्रम हेतु चंदौसी प्रशिक्षण केंद्र में जगह न होने के कारण कानपुर के विद्युत प्रशिक्षण केन्द्र भेजा जाता है एवं कानपुर में ठहरने हेतु कमरे, पलंग, मच्छरदानी इत्यादि उपलब्ध न होने से प्रशिक्षार्थियों को भारी समस्या का सामना करना पड़ता है | इस समस्या का स्थायी निराकरण किया जाए। हाल ही में टेरिटोरियल आर्मी के लिए आवंटित जमीन का अधिग्रहण पुनः रेलवे ने किया है जिसका उपयोग उत्तर मध्य रेलवे के कर्मचारियों को यातायात प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए ट्रेनिंग सेंटर बनाकर किया जा सकता है, उत्तर मध्य रेलवे के कर्मचारियों को प्रशिक्षण एवं पुनश्चर्या पाठ्यक्रमों के लिए उत्तर रेलवे के प्रशिक्षण केंद्र ‘चंदौसी’ भेजा जाता है जहाँ के लिए झांसी मंडल के कर्मचारियों के लिए कोई भी सीधी गाड़ी नहीं होने से भारी समस्या का सामना करना पड़ता है। कुछ समय पूर्व प्रशिक्षार्थियों की संख्या अधिक होने के कारण चंदौसी से 24 अप्रैल को झांसी मंडल के प्रशिक्षार्थियों को वापस भी किया जा चुका है। झाँसी मण्डल में मुख्य लोको निरीक्षक की चयन प्रक्रिया लंबे समय से न होने से पूरे कैडर में रोष एवं असंतोष है। आपसे उक्त समस्या के तत्काल समाधान का अनुरोध है। झाँसी से क्र्यू (लोको पायलट, सहायक लोको पायलट एवं ट्रेन मैनेजर) को ललितपुर स्पेयर ले जाकर घंटों प्रतीक्षा करनी पड़ती है एवं उनके बैठने के लिए एक कमरा भी न होने से उन्हें प्लेटफार्म पर पड़ी बेंच पर बैठकर घंटों इंतजार करना पड़ता है। ललितपुर स्टेशन पर क्र्यू को ठहरने प्रतीक्षा करने हेतु कम से कम एक चार पलंग वाला कमरा (शौचालय एवं स्नानागार युक्त) उपलब्ध कराने का अनुरोध है लोको शेड,झाँसी की समस्याएं डीजल लोको शेड , एसी लोको शेड एवं वर्कशॉप के कर्मचारियों को डीजल लोको शेड के सामने बने समपार फाटक बंद होने के कारण ड्यूटी आने जाने में असुविधा होती है, डीजल लोको शेड के सामने बने फाटक के ऊपर से ओवरब्रिज बनवाने की व्यवस्था करने का अनुरोध है जिससे कर्मचारी गण सही समय पर ड्यूटी आ जा सकें। इंजीनियरिंग विभाग की समस्याएं ट्रेकमेंटेनर कैटेगरी में दस प्रतिशत Intake Quota के तहत लम्बे समय से रिक्तियां नहीं भरी गई हैं | इन रिक्तियों को नियमानुसार निर्धारित समयावधि में भरवाने की प्रक्रिया अपनाई जाना सुनिश्चित करने का अनुरोध है। रेल स्प्रिंग कारखाना सिथौली की समस्याएं रेल स्प्रिंग कारखाना सिथौली में पूर्णकालिक CWM, SPO, WAO, SEE, AMM एवं चिकित्सक की पद स्थापना की जाए ताकि कर्मचारियों की समस्याओं का निदान होने के साथ साथ प्रशासनिक व्यवस्था भी सुचारू रूप से चल सके।परिचालन विभाग की समस्याएं तीसरी लाईन वाले खंड में प्रत्येक शिफ्ट में दो स्टेशन मास्टर की ड्यूटी लगाई जाए |कर्षण वितरण, परिचालन, इंजीनियरिंग, सिग्नल एवं टेलीकॉम विभाग की संयुक्त समस्याएं = इकहरी लाईन से दोहरी लाईन तथा दोहरी लाईन से तीसरी लाईन वाले खंड में रेल्वे का इन्फ्रास्ट्रक्चर तथा गाड़ियों की संख्या में तो बढोत्तरी हो रही है लेकिन उस अनुपात में सभी विभागों में कर्मचारियों की संख्या नहीं बढाई जा रही है | जिससे रखरखाव एवं संरक्षा प्रभावित होने का खतरा है ‘संघ’ उपरोक्त सभी मदों पर यथोचित कार्यवाही करके शीघ्र समाधान की मांग करता है।
झांसी मंडल के रेल कर्मचारियों की विभिन्न समस्याओं के समाधान के लिए सत्रह सूत्रीय ज्ञापन सौंपा
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